कारण केवल एक है, राष्ट्रद्रोह के मूल ।
कट्टरता स्वीकारना, बड़ी हमारी भूल ।।
बड़ी हमारी भूल, बढ़ावा इनको देना ।
राजनीति के स्वार्थ, बांटना इन्हें चबेना ।।
जाति धर्म सब नेक, बुरा कट्टरता धारण ।
कट्टरता का बीज, एक है केवल कारण ।।
कट्टरता स्वीकारना, बड़ी हमारी भूल ।।
बड़ी हमारी भूल, बढ़ावा इनको देना ।
राजनीति के स्वार्थ, बांटना इन्हें चबेना ।।
जाति धर्म सब नेक, बुरा कट्टरता धारण ।
कट्टरता का बीज, एक है केवल कारण ।।
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