‘नवाकार’

‘नवाकार’ हिन्दी कविताओं का संग्रह है,विशेषतः शिल्प प्रधन कविताओं का संग्रह है जिसमें काव्य की सभी विधाओं/शिल्पों पर कविता प्राप्त होगीं । विशषेकर छंद के विभिन्न शिल्प यथा दोहा, चौपाई कवित्त, गीतिका हरिगीतिका, सवैया आदि । जपानी विधि की कविता हाइकु, तोका, चोका । उर्दु साहित्य की विधा गजल, मुक्तक आदि की कवितायें इसमें आप पढ़ सकते हैं ।

Nawakar

Ramesh Kumar Chauhan

पद लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
पद लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

पंक्ति एक जीवन है

पंक्ति एक जीवन है साथी पंक्ति एक जीवन है । निर्धन यहाँ पंक्ति का कैदी, धरती का ठीवन है ।। दो जून पेट का ही भरना, दीनों का तीवन है । आजीविका ढूंढते यौवन, शिक्षा का सीवन है ।। यक्ष प्रश्न आज पूछथे क्यों, धन बिन क्या जीवन है । आँख मूंद कर बैठे रहना, राजा का खीवन है ।। ---------------------- (ठीवन-थूक, तीवन-पकवान, सीवन-सिलाई, खीवन-मतवालापन) पंक्ति...

Blog Archive

Popular Posts

Categories