‘नवाकार’

‘नवाकार’ हिन्दी कविताओं का संग्रह है,विशेषतः शिल्प प्रधन कविताओं का संग्रह है जिसमें काव्य की सभी विधाओं/शिल्पों पर कविता प्राप्त होगीं । विशषेकर छंद के विभिन्न शिल्प यथा दोहा, चौपाई कवित्त, गीतिका हरिगीतिका, सवैया आदि । जपानी विधि की कविता हाइकु, तोका, चोका । उर्दु साहित्य की विधा गजल, मुक्तक आदि की कवितायें इसमें आप पढ़ सकते हैं ।

Nawakar

Ramesh Kumar Chauhan

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राधिका छंद-"जल स्रोत बचाओ, पानी बचाओ"

-राधिका छंद- परिभाषा- तेरह पीछे नौ भार, राधिका आवे । चरण अंत दो गुरू भार, राधिका भावे ।। तेरह मात्रा का अंत, त्रिकल ही राखें । छंद राधिका का नियम, छंदविद भाखे ।। उदाहरण-"जल स्रोत बचाओ, पानी बचाओ" पानी जीवन आधार, जिंदगी पानी । पानी से सारी सृष्टि, सृष्टि का प्राणी ।। पानी बिन जग बेकार, जीव ना बाचे । सब कोई ही जानते, बात है साचे ।। शोर मचाते हर कोय,...

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