शादी करने आयु न्यूनतम, निश्चित है इस देश ।
नहीं अधिकतम निर्धारित है, यह भी चिंता क्लेष ।।
अल्प आयु में मिलन देह का, या विवाह संबंध ।
चिंता दोनो ही उपजाते, हो इन पर प्रतिबंध ।।
चढ़े प्रीत का ज्वर है सबको, जब यौवन तन आय ।
सपने में सपने का मिलना, नाजुक मन को भाय ।।
कच्चे मटके कच्चे होते, जाते हैं ये टूट ।
पकने से पहले प्रयोग का, नहीं किसी को छूट ।।
मूल्य समय का होता जग में, माने यह व्यवहार ।
रखे-रखे पके हुये फल भी, हो जाते बेकार ।।
नहीं अधिकतम निर्धारित है, यह भी चिंता क्लेष ।।
अल्प आयु में मिलन देह का, या विवाह संबंध ।
चिंता दोनो ही उपजाते, हो इन पर प्रतिबंध ।।
चढ़े प्रीत का ज्वर है सबको, जब यौवन तन आय ।
सपने में सपने का मिलना, नाजुक मन को भाय ।।
कच्चे मटके कच्चे होते, जाते हैं ये टूट ।
पकने से पहले प्रयोग का, नहीं किसी को छूट ।।
मूल्य समय का होता जग में, माने यह व्यवहार ।
रखे-रखे पके हुये फल भी, हो जाते बेकार ।।
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