लाल हुये है नंद को, हुये नंद को लाल ।
बाजा बाजे गह गहे, नभ में उड़े गुलाल ।।
ब्रज गोकुल में आज तो, उमंग करे हिलोर ।
गली गली हर द्वार में, मचा हुआ है शोर ।।
ग्वाल संग ग्वालन हर्षित, मिला रही हैं ताल ।। लाल हुये....
गोद यशोदा हॅस रहा, गोकुल राज दुलार ।
निरख निरख मां शारदे, गाती जाज मलार ।।
नाच रहे सब देवता, कह कर जय गोपाल ।।लाल हुये....
जगत पिता धर मनुज तन, लिये आज अवतार ।
जड़ चेतन जग जीव के, जो कहाय भरतार ।।
खुशियां तन धर नाचती, करती बहुत कमाल ।। लाल हुये....
-रमेश चौहान
बाजा बाजे गह गहे, नभ में उड़े गुलाल ।।
ब्रज गोकुल में आज तो, उमंग करे हिलोर ।
गली गली हर द्वार में, मचा हुआ है शोर ।।
ग्वाल संग ग्वालन हर्षित, मिला रही हैं ताल ।। लाल हुये....
गोद यशोदा हॅस रहा, गोकुल राज दुलार ।
निरख निरख मां शारदे, गाती जाज मलार ।।
नाच रहे सब देवता, कह कर जय गोपाल ।।लाल हुये....
जगत पिता धर मनुज तन, लिये आज अवतार ।
जड़ चेतन जग जीव के, जो कहाय भरतार ।।
खुशियां तन धर नाचती, करती बहुत कमाल ।। लाल हुये....
-रमेश चौहान
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