सहन करें हम कब तलक, आतंकी बकवास ।
नष्ट मूल से कीजिये, आये सबको रास ।।
राम दूत हनुमान को, बारम्बार प्रणाम ।
नष्ट मूल से कीजिये, आये सबको रास ।।
राम दूत हनुमान को, बारम्बार प्रणाम ।
जिसको केवल प्रिय लगे, राम-राम का नाम ।
अर्पण है हनुमान प्रभु, राम-राम का नाम ।
संकट मोचन आप हो, सफल करे हर काम।।
फसी हुई है जाल में, हिन्दी भाषा आज ।
अॅग्रेजी में रौब है, हिन्दी में है लाज ।।
लोकतंत्र के तंत्र सब, अंग्रेजी के दास ।
अपनी भाषा में यहां, करे न कोई काज ।
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