‘नवाकार’

‘नवाकार’ हिन्दी कविताओं का संग्रह है,विशेषतः शिल्प प्रधन कविताओं का संग्रह है जिसमें काव्य की सभी विधाओं/शिल्पों पर कविता प्राप्त होगीं । विशषेकर छंद के विभिन्न शिल्प यथा दोहा, चौपाई कवित्त, गीतिका हरिगीतिका, सवैया आदि । जपानी विधि की कविता हाइकु, तोका, चोका । उर्दु साहित्य की विधा गजल, मुक्तक आदि की कवितायें इसमें आप पढ़ सकते हैं ।

Nawakar

Ramesh Kumar Chauhan

अस्पताल में

गुंज रहीं हैं सिसकियां रूदन, क्रन्दन, आहें मरीजो के रोगो से जुझते हुये अस्पताल में । अट्हास कर रहा है, मौत अपने बाहों में भरने बेताब हर किसी को, हर पल अस्पताल में । किसी कोने पर दुबकी बैठी है जिंदगी एक टिमटिमाते लौ की तरह अस्पताल में । द्वंद चल रहा है जीवन और मौत में आशा और निराशा में घने अंधेरे को चिर सकता है धैर्य का मंद दीपक अस्पताल में । धैर्य...

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