‘नवाकार’

‘नवाकार’ हिन्दी कविताओं का संग्रह है,विशेषतः शिल्प प्रधन कविताओं का संग्रह है जिसमें काव्य की सभी विधाओं/शिल्पों पर कविता प्राप्त होगीं । विशषेकर छंद के विभिन्न शिल्प यथा दोहा, चौपाई कवित्त, गीतिका हरिगीतिका, सवैया आदि । जपानी विधि की कविता हाइकु, तोका, चोका । उर्दु साहित्य की विधा गजल, मुक्तक आदि की कवितायें इसमें आप पढ़ सकते हैं ।

प्रीत के दोहे


कितनी विचित्र बात है, कैसे खोलू राज ।
होकर मेरी जिंदगी, वह मुझसे नाराज ।।

कुछ ना कुछ तो बात है, लगी मुझे वह खास ।
जीवन में पहली दफा, हुआ कुछ एहसास ।।

जीवन जो बेरंग था, रंगीन हुआ आज ।
चहक उठी जो कोयली, झनक उठे मन साज ।

दिल की दिल से बात है, समझ रहे दिलदार।
उनके मेरे प्रीत को, जाने ना संसार ।।

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