‘नवाकार’

‘नवाकार’ हिन्दी कविताओं का संग्रह है,विशेषतः शिल्प प्रधन कविताओं का संग्रह है जिसमें काव्य की सभी विधाओं/शिल्पों पर कविता प्राप्त होगीं । विशषेकर छंद के विभिन्न शिल्प यथा दोहा, चौपाई कवित्त, गीतिका हरिगीतिका, सवैया आदि । जपानी विधि की कविता हाइकु, तोका, चोका । उर्दु साहित्य की विधा गजल, मुक्तक आदि की कवितायें इसमें आप पढ़ सकते हैं ।

हां हां फांसी होना ही चाहिए

आज सुबह सुबह
अखबार की सुर्खियां देखकर
मेरे दादाजी
क्रोध से लाल होकर
अट्ठास करने लगे
बलात्कारियों को फांसी
हां हां बलात्कारियों को फांसी
होना ही चाहिए
केवल मासूमों के बलात्कारियों को ही क्यों
सभी बलात्कारियों को फांसी  होना चाहिए
हां हां फांसी होना चाहिए
झूठे आरोप लगाने वाले को
जो दुश्मनी भांजने के लिए
किसी पर भी बलात्कार का आरोप मढ़ते हैं
जो प्यार की नाटक में बंध कर
स्वयं अंगीभूत होकर भी
बलात्कार का आरोप मढ़ते हैं
हां हां फांसी होना चाहिए
बलात्कार को प्रेरित करने वाले कारकों को
पैदा करने वालो को
अश्लील वेबसाइट चलाने वालों को
अश्लील गीत गाने वालों को
अश्लील गीत लिखने वालों को
अश्लील डांस दिखाने वालों को
प्यार के नाम पर सेक्स करने वालों को
हां हां फांसी होना चाहिए
विवाह पूर्व संबंध बनाने वालों को
हां हां निश्चित फांसी होना ही चाहिए
अपने जीवनसाथी को छोड़
किसी अन्य के साथ संबंध बनाने वालों को

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