1.आत्मा की तृष्णा
प्रेम और दुलार
निश्छल प्यार ।
2-उलझ गया
चंचल मन मेरा
देख कर उसे।
3-मन की भोरी
वह रूपसी छोरी
मुख छुपाएं ।
4-नयन मूंद
मुझे ही निहारती
मन बसाय ।।
5-मानो ना मानो
अपना है विश्वास
तुम मेरे हो ।
6-.तुम मेरेे हो
मैं तो तुम्हारा ही हूॅं
सात जन्मों से