छन्न पकैया छन्न पकैया, मना रहें सब होरी ।
अति प्यारी सबको लागे है, राधा कृष्णा जोरी ।।1।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, कहे श्याम रास किये ।
ब्रज नार राधा संग नाचे, अति पावन प्रेम लिये ।।2।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, क्यो कुछ रिति है खोटी ।
मदिरा भंग से तंग करते, पहचान लगे मोटी ।।3।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, कीचड़ मुख मलते वह ।
गाली भी क्यों देते ऐसे, मन मारे रहते सह ।।4।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, काम रहित प्रेम धरें ।
मानव हो मानव से साथी, मानवीय प्रेम करें ।।5।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, आप को बधाईंया ।
माथ स्नेह गुलाल तिलक करूं, करत ताता थईया ।।6।।
अति प्यारी सबको लागे है, राधा कृष्णा जोरी ।।1।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, कहे श्याम रास किये ।
ब्रज नार राधा संग नाचे, अति पावन प्रेम लिये ।।2।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, क्यो कुछ रिति है खोटी ।
मदिरा भंग से तंग करते, पहचान लगे मोटी ।।3।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, कीचड़ मुख मलते वह ।
गाली भी क्यों देते ऐसे, मन मारे रहते सह ।।4।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, काम रहित प्रेम धरें ।
मानव हो मानव से साथी, मानवीय प्रेम करें ।।5।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, आप को बधाईंया ।
माथ स्नेह गुलाल तिलक करूं, करत ताता थईया ।।6।।