नूतन वर्ष
नव उमंग भर
दीजिये हर्ष ।
देवे उत्कर्ष
सुख शांति समृद्धि
आपका स्पर्श ।
मिटे संघर्ष
कालिख अंधियारा
आतंक कर्ष ।
भारत वर्ष
विश्व सिरमौर हो
हे नव वर्ष ।
पुराने मर्ज
नष्ट होवे मूल से
हे नव वर्ष ।
भरे हों पर्श
दीन हीन सबका
हे नव वर्ष ।
-रमेश चौहा
नव उमंग भर
दीजिये हर्ष ।
देवे उत्कर्ष
सुख शांति समृद्धि
आपका स्पर्श ।
मिटे संघर्ष
कालिख अंधियारा
आतंक कर्ष ।
भारत वर्ष
विश्व सिरमौर हो
हे नव वर्ष ।
पुराने मर्ज
नष्ट होवे मूल से
हे नव वर्ष ।
भरे हों पर्श
दीन हीन सबका
हे नव वर्ष ।
-रमेश चौहा