सिंहावलोकनी दोहा मुक्तक
संविधान की बात है, काहे का छुवाछूत ।
छुवाछूत अवरोध है, सब इंसा के पूत ।
पूत सभी इस देश के, कोई नही विशेष ।
विशेषता क्यों चाहिये, आरक्षण का भूत ।।
संविधान की बात है, काहे का छुवाछूत ।
छुवाछूत अवरोध है, सब इंसा के पूत ।
पूत सभी इस देश के, कोई नही विशेष ।
विशेषता क्यों चाहिये, आरक्षण का भूत ।।
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