बासुरिया ओ........ बासुरिया
बासुरिया तू धन्या , खूब बजती ।
लब लिपटी कान्हा के, मोहे जगती ।
बासुरिया ओ........ बासुरिया
तू ताल छेड़े राग छेड़े, छेड़े रागनी ।
सुन सांझ जगे चांद जगे, जगे चांदनी ।
बासुरिया ओ........ बासुरिया
पेड़ सुने, जंगल सुने, सुने बस्ती ।
कदम झूमे, युमना झूमे, झूमे कश्ती ।।
बासुरिया ओ........ बासुरिया
कान्हा चले, ग्वालन छेड़े, तू कमर लटकी ।
राह रोके, माखन लूटे, फोड़े मटकी ।।
बासुरिया ओ........ बासुरिया
रास रचे कान्हा हॅसे, बजाये बासरी ।
गोपी नाचे, राधा नाचे, होके बावरी ।
बासुरिया ओ........ बासुरिया
बासुरिया ओ........ बासुरिया
बासुरिया ओ........ बासुरिया
बासुरिया तू धन्या , खूब बजती ।
लब लिपटी कान्हा के, मोहे जगती ।
बासुरिया ओ........ बासुरिया
तू ताल छेड़े राग छेड़े, छेड़े रागनी ।
सुन सांझ जगे चांद जगे, जगे चांदनी ।
बासुरिया ओ........ बासुरिया
पेड़ सुने, जंगल सुने, सुने बस्ती ।
कदम झूमे, युमना झूमे, झूमे कश्ती ।।
बासुरिया ओ........ बासुरिया
कान्हा चले, ग्वालन छेड़े, तू कमर लटकी ।
राह रोके, माखन लूटे, फोड़े मटकी ।।
बासुरिया ओ........ बासुरिया
रास रचे कान्हा हॅसे, बजाये बासरी ।
गोपी नाचे, राधा नाचे, होके बावरी ।
बासुरिया ओ........ बासुरिया
बासुरिया ओ........ बासुरिया
बासुरिया ओ........ बासुरिया
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