वीर शहीदो को नमन, कर लो देव समान ।
जिनके कारण आपका, हुआ मान सम्मान ।।
सीमा पर जो हैं डटे, रखेे हथेली प्राण ।
याद करो उनको भला, देकर थोड़ा मान ।।
अंत समय जय हिन्द के, मंत्र लिये जो बोल ।
उनके निज परिवार का, ध्यान रखो दिल खोल ।।
.हर मजहब से है बड़ा, देश भक्ति का धर्म ।
आन बान तो देश है, समझों इसका मर्म ।।
आजादी के यज्ञ में, किये लोग जो होम ।
उनकी आहुति पुण्य ही, रचे बसे हों रोम ।।
जिनके कारण आपका, हुआ मान सम्मान ।।
सीमा पर जो हैं डटे, रखेे हथेली प्राण ।
याद करो उनको भला, देकर थोड़ा मान ।।
अंत समय जय हिन्द के, मंत्र लिये जो बोल ।
उनके निज परिवार का, ध्यान रखो दिल खोल ।।
.हर मजहब से है बड़ा, देश भक्ति का धर्म ।
आन बान तो देश है, समझों इसका मर्म ।।
आजादी के यज्ञ में, किये लोग जो होम ।
उनकी आहुति पुण्य ही, रचे बसे हों रोम ।।
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