प्यार करती है वह मुझको दुलार करती है,
ख्याल करती वह हर पल मेरे लिये ही जीती है ।
डर से नजरें झुकाती नही सम्मान दिखाती है,
साथ हर पल रह कर दुख सुख में साथ निभाती है ।
लड़ाई नोक झोक से जीवन में उतार चढ़ाव लाती है,
जिंदगी के हर रंग को रंगती जीवन को रंगीन बनाती है ।
वही मेरी प्रियसी मेरी जीवन संगनीय कहलाती है,
वही मेरी अर्धांगनी मेरे जीवन को परिपूर्ण बनाती है ।
..................‘‘रमेश‘‘.......................
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